पुस्तकालय एवं वाचनालय
पुस्तकालय वह स्थान है जहाँ विविध प्रकार
के ज्ञान, सूचनाओं, स्रोतों, सेवाओं आदि
का संग्रह रहता है।
पुस्तकालय शब्द
अंग्रेजी के
लाइब्रेरी शब्द
का हिंदी रूपांतर है।
लाइब्रेरी शब्द
की उत्पत्ति
लेटिन शब्द
लाइवर से
हुई है,
जिसका अर्थ
है पुस्तक। पुस्तकालय का
इतिहास लेखन
प्रणाली पुस्तकों
और दस्तावेज
के स्वरूप को संरक्षित
रखने की
पद्धतियों और
प्रणालियों से
जुड़ा है।
पुस्तकालय यह शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है-पुस्तक + आलय। पुस्तकालय उस
स्थान को
कहते हैं
जहाँ पर
अध्ययन सामग्री
(पुस्तकें, पत्रपत्रिकाएँ, मानचित्र, हस्तलिखित
ग्रंथ एव
अन्य पठनीय
सामग्री) संगृहीत रहती है
और इस सामग्री की
सुरक्षा की
जाती है।
डॉ विनोद
कुमार सहायक
प्रोफेसर भूगोल
महाविद्यालय में पुस्तकालय इंचार्ज
के पद पर सुशोभित हैं I
श्री आशीष मलिक एवं
श्री मोहित के सहयोग से इस कर्त्तव्य को पूर्ण निष्ठा व लगन से निभा रहे है I शिक्षा सत्र
2024-25 महाविद्यालय के पुस्तकालय के लिए गौरवशाली वर्षों में से एक था क्योंकि
पुस्तकालय को “उत्कर्ष” नाम दिया गया तथा पुस्तकालय में सुविधाओं के उन्नयन
के लिए 4 लाख रूपये से अधिक की ग्रांट मिली है I महाविद्यालय के
पुस्तकालय में
2426 पुस्तकें हैं
I सभी पुस्तकें लाइब्रेरी
में प्रयोग
होने वाले
सोल सॉफ्टवेयर
के मध्य से कम्प्यूटरीकृत
हैं I महाविद्यालय के
वाचनालय में
लगभग 100 विद्यार्थियों के
बैठने तथा पढ़ने
की सुविधा
है I
सत्र 2024-25 में पुस्तकालय में निम्नलिखित
सुविधाओं को जोड़ा गया है :-
ü नई किताबें I
ü 10 स्टडी टेबल तथा 40 कुर्सियां I
ü 2 नए प्रॉपर्टी काउंटर I
ü 2 नए मैगज़ीन स्टैंड और एक नए आगमन खंड के लिए I
ü पुस्त्कालय ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए एक नया सुचना केंद्र
स्थापित करने में कामयाबी हासिल की ताकि वे डिजिटल सामग्री तक पहुँच सकें I
ü उक्त अवधि के दौरान संस्थान द्वारा नए डिजिटल संसाधनों की भी सदस्यता ली गयी
I